मानसिक रोग कार्यक्रम के तहत ओपीडी और जिले भर में आयोजित शिविरों से एक वर्ष के भीतर करीब 23 हजार मानसिक रोगी चिन्हित किए गए हैं जिनमें से करीब 10 हजार ठीक हो चुके हैं और उनका फालो अप चल रहा है। मोबाइल की लत भी मानसिक रोग की श्रेणी में माना जा रहा है। ऐसे रोगियों का भी इलाज इस कार्यक्रम के तहत किया जाएगा जो इस लत से ग्रसित हैं।
प्रत्येक महीने के पहले मंगलवार को सरदारनगर, दूसरे मंगलवार को गोला, तीसरे मंगलवार को बांसगांव और चैथे मंगलवार को पाली में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी शिविर लगता है। इसके अलावा प्रत्येक महीने के पहले गुरुवार को डेरवा, दूसरे गुरुवार को पिपराईच, तीसरे गुरुवार को ब्रह्मपुर और चैथे गुरुवार को गगहा में शिविर लगा कर मानसिक रोगियों का इलाज किया जाता है। प्रत्येक शनिवार को जेल, सेल्टर होम, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, स्कूल, चयनित स्लम क्षेत्र या कार्यस्थल (इनमें से किसी एक स्थान पर) पर शिविर लगा कर काउंसिलिंग सत्र चलाया जाता है और मानसिक रोगियों को चिन्ह्त कर उनका इलाज किया जाता है।